रायपुर। Indira Bank Scam: छत्तीसगढ़ की राजधानी के इंदिरा प्रदर्शनी बैंक घोटाले मामले के आरोपी चार्टर्ड अकाउंटेंड नीरज जैन के जगदलपुर स्थित घर कोतवाली पुलिस रायपुर ने नोटिस चस्पा कर पूछताछ के लिए 18 जुलाई को सुबह 11 बजे उपस्थित होने को कहा है।
Indira Bank Scam: बता दें कि दस साल पहले रायपुर के इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक में करोड़ों का घोटाला सामने आया है। उस दौरान मामले की जांच भी हुई थी। लेकिन, अब राज्य सरकार ने उसी मामले की नए सिरे से जांच की अनुमति के लिए हाईकोर्ट में अपील की थी। जिस पर हाईकोर्ट ने मामले की जांच दोबारा शुरु करने का आदेश दिया है।

Indira Bank Scam: 28 करोड़ रुपए का घोटाला
दरअसल, साल 2006 में आर्थिक अनियमितता पाए जाने पर बैंक बंद हुआ था। इंदिरा बैंक में 28 करोड़ का घोटाला सामने आने के बाद सभी खातेदारों में हड़कंप मच गया था। बैंक में करीब 22 हजार खातेदार थे। घोटाला उजागर होने के बाद बैंक ने अपने आप को डिफॉल्टर घोषित कर दिया था और इंश्योरेंस कंपनियों की मदद से खातेदारों को राशि भी लौटाई थी।

Indira Bank Scam: अभी भी उपभोक्ताओं के करीब 14 करोड़ रुपए लौटाने हैं। कोर्ट के आदेश के बाद अब कोतवाली पुलिस ने मामले में पूछताछ के लिए इस मामले के आरोपी चार्टर्ड अकाउंटेंड नीरज जैन को पूछताछ के लिए तलब किया है।
Indira Bank Scam: नार्को टेस्ट में बैक मैनेजर उमेश सिन्हा ने किया था बड़े-बड़े नामों का खुलासा
Indira Bank Scam: बता दें कि पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में जब पुलिस ने इस मामले में चार्जशीट पेश की थी तो उस समय इंदिरा बैंक के मैनेजर उमेश सिन्हा के नार्को टेस्ट का उसमें जिक्र नहीं था। दरअसल, उमेश सिन्हा ने अपने नार्को टेस्ट में कई बड़े नाम लिए थे। साथ ही कहा था कि इन लोगों को पैसे पहुंचाए गए हैं।

Indira Bank Scam: करीब 10 साल पहले इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। हालांकि, बाद में सिन्हा अपनी बातों से पलट गए थे और कहने लगे कि उन्होंने किसी मंत्री या नेता को पैसा नहीं पहुंचाया है।