रायपुर। Raipur City Breaking: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के आउटर में खाद्य विभाग ने छापेमारी कर भारी तादात में नकली नकली माणिकचंद और सितार गुटखा का जखीरा बरामद किया है। नकली गुटखा को पिछले एक साल से छत्तीसगढ़ सहित देश के कई राज्यों में सप्लाई किया जा रहा था।
Raipur City Breaking: इसके लिए बिहार से काम करने के लिए मजदूर बुलाए गए थे, जिन्हें कमरों में बंदकर काम कराया जा रहा था। खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मंदिरहसौद में अवैध फैक्ट्री में बनाया जा रहा नकली माणिकचंद और सितार गुटखा खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की जांच में स्वास्थ्य के लिए खतरनाक पाया है।
Raipur City Breaking: एक करोड़ से ज्यादा का रॉ मटेरियल बरामद
खाद्य विभाग की टीम ने फैक्ट्री में छापेमारी कर करीब एक करोड़ से ज्यादा का गुटखा और रॉ मटेरियल पकड़ा था। अगले दिन 1 जून को गुटखे और रॉ मटेरियल का सैंपल जांच के लिए लेबोरेटरी भेजा गया था। जांच के दौरान गुटखे के साथ-साथ रॉ मटेरियल यानी गुटखा बनाने में उपयोग की जा रही सुपारी, कत्था, एसेंस और मैग्नेशियम कार्बोनेट का मिक्चर तक स्वास्थ्य के लिए घातक निकला है।
Raipur City Breaking: केवल रात में काम चलता था फैक्ट्री में
बताया जा रहा है कि फैक्ट्री में केवल रात में काम चलता था। इसलिए खाद्य विभाग की टीम ने आधी आधी रात 15 दिन तक रेकी की गई। उसके बाद रात छापेमारी की गई। उस समय वहां 70 मजदूर पैकिंग कर रहे थे।
फैक्ट्री का मैनेजर छापा पड़ते ही पीछे के दरवाजे से भाग निकला। मजदूरों से पूछताछ से पता चला सभी मप्र और झारखंड के हैं। उन्हें वहीं रखकर काम करवाया जाता था। भोजन की व्यवस्था वहीं की जाती थी ताकि वे बाहर जाकर किसी से मिल न सकें।
Raipur City Breaking: लेबोरेटरी से रिपोर्ट आने के बाद अब खाद्य विभाग ने गायब फैक्ट्री संचालक गुरमुख जुमनानी की तलाश तेज कर दी है। खाद्य विभाग के अफसरों को एक संदिग्ध ट्रक का नंबर मिला है। उसी से गुटखा राज्यभर के अलावा दूसरे राज्यों में सप्लाई किया जाता था।
Raipur City Breaking: ट्रक मालिक का पता लगाने आरटीओ को चिट्ठी लिखी गई है। इसके अलावा फैक्ट्री जिस जगह पर चल रही थी उसके मालिक का पता लगाने रजिस्ट्री विभाग से खसरा नंबर के आधार पर जानकारी मांगी गई है। रजिस्ट्री और गाड़ी नंबर के आधार पर जमीन के मालिक और ट्रक संचालक का पता लगाया जा रहा है।